सुप्रसिद्ध विचारक के० एन० गोविंदाचार्य की गंगा के तट पर चल रही पदयात्रा

सुप्रसिद्ध विचारक के एन गोविंदाचार्य की गंगा के तट पर चल रही पदयात्रा

‘गंगा संवाद यात्रा’ तीसरे दिन गुनौर तहसील के गांव जगरनाथपुर से शुरु हुई,

उत्तर प्रदेश (चौथी वाणी ) उत्तर प्रदेश 13 अक्टूबर 2022 को गंगा संवाद यात्रा का तीसरा दिन राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संरक्षक सुप्रसिद्ध विचारक के एन गोविंदाचार्य की गंगा के तट पर चल रही पदयात्रा ‘गंगा संवाद यात्रा’ तीसरे दिन गुनौर तहसील के गांव जगरनाथपुर से शुरु हुई, लगभग 11 कि0मी0 लंबी यात्रा गांव सैजना मुस्लिम, गाँव धनपुरी से होते हुए राम सिंह इंटर कॉलेज गांव दुबारी कलां पहुंची। सलजा मुस्लिम गांव में मुस्लिम समुदाय के साथ गंगा चौपाल व प्रेम पाल सिंह इण्टर कॉलेज सैजना मुस्लिम में छात्र-छात्राओं से संवाद हुआ। यात्रा में सुरेन्द्र बिष्ट, अवधेश कुमार, रामबाबू यादव, प्रमोद कुमार, मित्रपाल सहित लगभग 100 सह-यात्री साथ रहे। जिला संभल में प्रेमपाल सिंह इण्टर कालेज सैजना मुस्लिम में छात्र-छात्राओं की एक बड़ी सभा में गोविंदाचार्य ने उनकी जिज्ञासा के उत्तर दिए व गंगा के संरक्षण में उनकी महत्ती भूमिका को रेखांकित किया। विद्यार्थियों से कहा कि आप पढ़ाई-लिखाई केवल पास होने के लिए नहीं करते बल्कि अपने जिले, गांव, संस्कृति, समाज, गौरवशाली इतिहास को जानना व उसके संरक्षण के प्रति सक्रिय व सजग रहना भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि हिमालय में गौमुख से जब गंगा निकलती है वहां बहुत प्रभावी औषधीय जड़ी-बूटियां होती हैं और उनके साथ जब वेग से गंगा गिरती है तो नदी में एक जीवाणु पैदा होता है बैक्टीरियोफ़ेज, जो दुनिया की किसी नदी में नहीं होता, उसमें दो गुण हैं, एक तो अपनी संख्या तेजी से बढ़ाना और दूसरा गंगा को गंदा करने वाले जीवाणुओं को खत्म करना। गोविंदाचार्य ने कहा कि हम रक्तदान करते हैं, कहा जाता है कि 6 माह से पहले दोबारा न करें ज्यादा खून देने से शरीर बीमार हो सकता है इसी प्रकार नदी के ज्यादा दोहन से, जरुरत से ज्यादा पानी निकाल लेने से ­नदी भी बीमार पड़ जाती है। इससे जनता की नदी से मूलभूत आवश्यकताएं

ये खबरें भी अवश्य पढ़े

Leave a Comment